#ज़िंदगी का सफ़र
#रहने-दिया
जो छूटा जहां उसको वही रहने दिया,
सोचा नहीं जो हुआ उसे होने दिया;
थम जाएं ऐसों से ख़ुद न मिलने दिया,
ज़िंदगी का सफ़र यूहीं चलने दिया ।।
जो छूटा जहां उसको वही रहने दिया,
सोचा नहीं जो हुआ उसे होने दिया;
थम जाएं ऐसों से ख़ुद न मिलने दिया,
ज़िंदगी का सफ़र यूहीं चलने दिया ।।