बगावत
दरीया अब तेरी खैर नही, बूंदो ने बगावत कर दी है,
नादान न समझ बुजदिल इनको, लहरो ने बगावत कर दी है,
हम परवाने है मौत के, मरने का किसको खौफ यहाँ,
रे तलवार तुझे झुकना होगा, गर्दन ने बगावत कर दी है।
© गरूड़
नादान न समझ बुजदिल इनको, लहरो ने बगावत कर दी है,
हम परवाने है मौत के, मरने का किसको खौफ यहाँ,
रे तलवार तुझे झुकना होगा, गर्दन ने बगावत कर दी है।
© गरूड़