वो शाम...
वो शाम तो मुझे याद नही,पर
पर मुझे याद है मेरे हाथो में तेरा हाथ अब भी,
मुझे याद है वो हर लम्हे में महसूस होता तेरा साथ अब भी ।
मेरे होंठो को तेरे गालो की नर्मी का एहसास आज भी है,
मेरी साँसो को लगता है कि तू मेरे पास आज भी है।
वो मेरा हाथ पकड़ते ही तेरा यूं बेफिक्र हो जाना,
वो मुझसे निगाहें मिलाते ही तेरा...
पर मुझे याद है मेरे हाथो में तेरा हाथ अब भी,
मुझे याद है वो हर लम्हे में महसूस होता तेरा साथ अब भी ।
मेरे होंठो को तेरे गालो की नर्मी का एहसास आज भी है,
मेरी साँसो को लगता है कि तू मेरे पास आज भी है।
वो मेरा हाथ पकड़ते ही तेरा यूं बेफिक्र हो जाना,
वो मुझसे निगाहें मिलाते ही तेरा...