तोहफ़ा...!!
कुबुल है जिंदगी का हर तोहफ़ा
मैंने ख्वाइशे जताना बताना छोड़ दिया..!
जो समझ नही सकते कहानियां मेरी,
उन्हें अब कहानियां तो दूर बातें बताना भी छोड़ दिया !!
जो दिल के क़रीब है,
अब मेरे वो इतने अजीज़ कहां ?
गैरों से क्या,
अपनो पर भी अपना हक़ जताना छोड़ दिया !!
सब मानेंगे...
मैंने ख्वाइशे जताना बताना छोड़ दिया..!
जो समझ नही सकते कहानियां मेरी,
उन्हें अब कहानियां तो दूर बातें बताना भी छोड़ दिया !!
जो दिल के क़रीब है,
अब मेरे वो इतने अजीज़ कहां ?
गैरों से क्या,
अपनो पर भी अपना हक़ जताना छोड़ दिया !!
सब मानेंगे...