नई राहों का सफर
#जंजीर
इन जंजीरों को तोड़कर
रुख हवा का मोड़कर
चल रहे हैं देखो हम
सपनों के आसमान को छूने के लिए हम।
राहों में काँटे हैं बिछे,
फिर भी कदम नहीं रुके,
हर कठिनाई को पार कर,
हम आगे बढ़ते चले हैं, बिना थके।
उम्मीदों की लहरें हैं साथ,
हौसले की धरती पे कदम रखा है,
हर गिरावट से उठते हुए,
हमने अपनी...
इन जंजीरों को तोड़कर
रुख हवा का मोड़कर
चल रहे हैं देखो हम
सपनों के आसमान को छूने के लिए हम।
राहों में काँटे हैं बिछे,
फिर भी कदम नहीं रुके,
हर कठिनाई को पार कर,
हम आगे बढ़ते चले हैं, बिना थके।
उम्मीदों की लहरें हैं साथ,
हौसले की धरती पे कदम रखा है,
हर गिरावट से उठते हुए,
हमने अपनी...