True Love Story ❤️
यह प्रेम कहानी एक ऐसे लड़के की है। जो लव के बारे में कुछ नहीं जनता था। वह अपने ज़िन्दगी से काफी खुश था।वह अपने दोस्तों को खुश करने के लिए कुछ भी कर सकता था। पर वह कहते है न की सारे दोस्त दोस्ती की कदर नहीं करते है।
इस लड़की के सारे दोस्त उसका और उसके पैसो के लिए दोस्त थे। पर अफसोस उस लडके को इस बारे में कुछ भी पता नहीं था। इसी तरह दिन गुजरते गए। एक दिन उस कुदरत ने कमाल किया। उस कॉलेज में एक लड़की आई। और उसे सेक्शन में जिसमे वह लड़का पड़ता था।
उसके सारे दोस्त उस लड़की को देख कर पागल से हो गए। वह लड़की बाके ही सुंदर थी।
उस लडके के एक दोस्त को ही उस लड़की से प्रेम हो गया। उसने यह सब उस लडके को बताया। इस पर वह लड़का हँसा और बोलै, “अरे यार ! यह प्रेम क्या होता है। अगर तो उसे पसंद करता है तो जा और उस लड़की से सीधे बोले दे। “
इस पर दोस्त ने कहा, “वह नहीं मानी तो क्या होगा। “
लडके ने कहा, “डर मत मान जाएगी।”
उस दोस्त ने वैसा ही किया जैसा उसके दोस्त ने कहा था। लेकिन वह लड़की नहीं मानी। वह दोस्त बहुत ही उदास हो गया। उसने उस लडके से उस लड़की के न मानने की बात बताया।
उस लड़के ने अपने दोस्त को समझाया और कहा, अब मै उस लड़की को तुम्हारे लिए लेकर आऊगा।
उस लडके ने अब उस लड़की को अपने पास लाने के लिए प्रयास करने लगा। पर वह लड़की इतनी आसानी से किसी लडके पर भरोसा नहीं करती थी। उसे सिर्फ बात करने के लिए करीब तीन से चार महीने लग गई। जब बात शुरू हो गई तो हर बाते शुरू हो गई। अब तो हर रोज की बाते होने लगी घर की बात हो या बाहर की बात हो।
अब हर काम वह दोनों साथ करते थे। वह काम कॉलेज का प्रोजेक्ट हो या नोट बनाना हो।
अब वह लड़का ज्यादा से ज्यादा समय उस लड़की के साथ बिताने लगा। वह लड़का अपने दोस्तों के साथ कम से कम समय बिता था। उसके दोस्त उसने पसंद तो करते ही नहीं थे।
एक दिन उसके दोस्त ने उस लड़के से कहा, “तुम तो उस लड़की को मेरे लिए अपने पास लाए हो। तो तुम उस से तोडा दूर ही रहो।”
उस लडके ने कहा, “भाई वह तुम्हारी ही है।”
एक दिन उस लड़के ने सोचा मै क्यों ना उस लड़की को सारी बात बता दो। और अपने दोस्त को उसका प्रेम दे दू।
उस लडके ने यह सोच कर उस लड़की क यह बात बताने को चला। पर जैसे ही वह उसके सामने आया तो यह बात कहने से डर ने लगा।
उस लडके के चेहरे पर उदासी देखकर उस लड़की ने कहा , क्या बात है तुम उदास क्यों हो? कोई बात है तो मुझे बातो।
उस लडके ने कहा, “नहीं...
इस लड़की के सारे दोस्त उसका और उसके पैसो के लिए दोस्त थे। पर अफसोस उस लडके को इस बारे में कुछ भी पता नहीं था। इसी तरह दिन गुजरते गए। एक दिन उस कुदरत ने कमाल किया। उस कॉलेज में एक लड़की आई। और उसे सेक्शन में जिसमे वह लड़का पड़ता था।
उसके सारे दोस्त उस लड़की को देख कर पागल से हो गए। वह लड़की बाके ही सुंदर थी।
उस लडके के एक दोस्त को ही उस लड़की से प्रेम हो गया। उसने यह सब उस लडके को बताया। इस पर वह लड़का हँसा और बोलै, “अरे यार ! यह प्रेम क्या होता है। अगर तो उसे पसंद करता है तो जा और उस लड़की से सीधे बोले दे। “
इस पर दोस्त ने कहा, “वह नहीं मानी तो क्या होगा। “
लडके ने कहा, “डर मत मान जाएगी।”
उस दोस्त ने वैसा ही किया जैसा उसके दोस्त ने कहा था। लेकिन वह लड़की नहीं मानी। वह दोस्त बहुत ही उदास हो गया। उसने उस लडके से उस लड़की के न मानने की बात बताया।
उस लड़के ने अपने दोस्त को समझाया और कहा, अब मै उस लड़की को तुम्हारे लिए लेकर आऊगा।
उस लडके ने अब उस लड़की को अपने पास लाने के लिए प्रयास करने लगा। पर वह लड़की इतनी आसानी से किसी लडके पर भरोसा नहीं करती थी। उसे सिर्फ बात करने के लिए करीब तीन से चार महीने लग गई। जब बात शुरू हो गई तो हर बाते शुरू हो गई। अब तो हर रोज की बाते होने लगी घर की बात हो या बाहर की बात हो।
अब हर काम वह दोनों साथ करते थे। वह काम कॉलेज का प्रोजेक्ट हो या नोट बनाना हो।
अब वह लड़का ज्यादा से ज्यादा समय उस लड़की के साथ बिताने लगा। वह लड़का अपने दोस्तों के साथ कम से कम समय बिता था। उसके दोस्त उसने पसंद तो करते ही नहीं थे।
एक दिन उसके दोस्त ने उस लड़के से कहा, “तुम तो उस लड़की को मेरे लिए अपने पास लाए हो। तो तुम उस से तोडा दूर ही रहो।”
उस लडके ने कहा, “भाई वह तुम्हारी ही है।”
एक दिन उस लड़के ने सोचा मै क्यों ना उस लड़की को सारी बात बता दो। और अपने दोस्त को उसका प्रेम दे दू।
उस लडके ने यह सोच कर उस लड़की क यह बात बताने को चला। पर जैसे ही वह उसके सामने आया तो यह बात कहने से डर ने लगा।
उस लडके के चेहरे पर उदासी देखकर उस लड़की ने कहा , क्या बात है तुम उदास क्यों हो? कोई बात है तो मुझे बातो।
उस लडके ने कहा, “नहीं...