मुहर्रम
अल्लाह ने फुर्सत से देखा ,
इस्लाम का हर वजूद
कर्बला की जंग में बार-बार ,
दिल में सुकून न पाएं
इमाम हुसैन की सच्ची शहादत
ज़हन में नमाज़ी लेकर ,
मज़ार पर लाखों सदका पढ़ें
फिर अफ़सोस-ग़म सदा
अंदर-बाहर खलता रहें ।
या हुसैन हम तो तेरे ही
नेक बंदे पाक फ़रिश्ते...
इस्लाम का हर वजूद
कर्बला की जंग में बार-बार ,
दिल में सुकून न पाएं
इमाम हुसैन की सच्ची शहादत
ज़हन में नमाज़ी लेकर ,
मज़ार पर लाखों सदका पढ़ें
फिर अफ़सोस-ग़म सदा
अंदर-बाहर खलता रहें ।
या हुसैन हम तो तेरे ही
नेक बंदे पाक फ़रिश्ते...