NAKAAB SE HAT KR
जो टूट रहा है अंदर तुम्हारे,
जो जल रहा है बेफुरसत,
जो जी रहा है तू घुट घुट कर
और मर रहा...
जो जल रहा है बेफुरसत,
जो जी रहा है तू घुट घुट कर
और मर रहा...