...

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आज़ाद हुई दफ़्न आवाज़
#wakeupwomen #rise #knowurrights.
कमी नहीं है मेरे पास
जज़्बात और अल्फ़ाज़ की
फिर भी मैं मौन हूँ ।
क्योंकि कोई दवा नहीं
तुम्हारे इलाज़ की ।
तुमने मेरे वज़ूद का खून किया
देखो मैं सुन्न हूँ ।
पर ना सोचना की
मैं शून्य हूँ।
ये तो गलतफहमी है
तुम्हारे दिमाग में
घूम रही आवाज़ की ।


तूफान से पहले
ये तो सन्नाटे का आगाज़ हैं।
यदि तू अधिराज हैं
तो मैं तेरा ताज हूँ ।
तू मेरा मोहताज़ हैं
मैं वही शहनाज़ हूँ ।
तूने मुझे चूज़े के झुंड में रखा
पर मैं तो बाज हूँ ।
जो तेरा अंदाज हैं
मैं उसे तोड़ने वाला नवाज़ मिजाज़ हुँ।
जो हर ज्वार में अडिग हो
मैं वही जहाज हूँ ।

जिस समंदर से
आँसुओ की बूंद बही
अब वही सैलाब लाएगा।
तुझे अपना
वजूद दिखाएगा।
तैरना सीख ले
तेरे ही काम आएगा।
जिसको तूने डूबाया
वही मिजाज़ तुझे दबाएगा।

--Unheard soul of a women

HEY............... ....
Women wake up
know ur rights
cross all the ways
for ur fights.
Rise
Rise
And Rise