#चांद
क्या खूब है चांद भी
ना घूंघट,ना बुर्का
कभी ग्रहण बन कर लग जाता है
तो कभी करवाचौथ पर सज जाता है
कभी ईद का हो जाता है
रहता ये अगर जमीन पर
तो टूट...
ना घूंघट,ना बुर्का
कभी ग्रहण बन कर लग जाता है
तो कभी करवाचौथ पर सज जाता है
कभी ईद का हो जाता है
रहता ये अगर जमीन पर
तो टूट...