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तेरी दी हुई हर एक चीज मुझे कुबूल है....By- The Sagar Raj Gupta श्रृंगार रस कवि
मैंने तुझसे और केवल तुझसे ही प्यार किया था , यही तो मेरी जिंदगी की o बड़ी भूल है......
तू ग़म दे या खुशियां दे , तेरी दी हुई एक चीज मुझे क़ुबूल है।

तेरी सादगी देख पहली नज़र में ही मुझे प्यार हो गया ,
लब्ज़ तो चुप रहे , लेकिन नज़रों से ही इज़हार हो गया ,
लाख छुपाये मैने प्यार के पन्नों को ,
लेकिन पल भर में ही सरेआम हो गया ,
बिन तेरे मेरा मखमली सेज़ भी शूल है......
तू ग़म दे या खुशियां दे , तेरी दी हुई एक चीज मुझे क़ुबूल है।

मैं तो तेरी खुशियों में ही अपनी खुशी ढूंढने लगा ,
मेरा अक्स भी अब आईने में छिपने लगा ,
मज़बूरियां भी जुदा न कर सकी तुमसे मुझे ,
मेरे साथ नहीं पर दिल में तू जीने लगा ,
अब तो हम काँटे हुए और तू गुलाब की फूल है.....
तू ग़म दे या खुशियां दे , तेरी दी हुई एक चीज मुझे क़ुबूल है।

तेरा रात भर मेरे सपने में आना- जाना ,
मेरी नींद में आकर मेरे चैन को चुराना ,
मेरी करवटें बदलने के साथ ही सुबह हो जाना ,
और दिन भर गुलाब की पंखुड़ियों के साथ खेलते राह जाना,
मैं कोयल बनके भी कूक न पाया और तू तो बुलबुल है......
तू ग़म दे या खुशियां दे , तेरी दी हुई एक चीज मुझे क़ुबूल है।

ख़ुदा से की गई फरियाद और मन की ताकत है तू ,
मेरे दिल की धड़कन और मेरी इबादत है तू ,
मैं रोज बिना भूले करू वो आदत है तू ,
और खुद का खुद को दिया गया अमानत है तू ,
तुझे अपने पास देखकर ही मुझे इतना सुकून है....
तू ग़म दे या खुशियां दे , तेरी दी हुई एक चीज मुझे क़ुबूल है।

By- The Sagar Raj Gupta (singer, lyricist, script writer ,poet,shayar,teacher,logo designer and director and producer of youtube video and short movie ,M.D And Owner of The Sagar's World )

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© अधूरे अल्फ़ाज़ों के शहंशाह - सागर राज गुप्ता