तुम नारी हो ❤
तुम आदिशक्ति,
तुम ही कालि, तुम ही दुर्गा
तुम ही कष्ट नाशिनी हो
तुम ही राधा तुम ही गौरी
तुम ही जग तारणी हो,
जब तक श्वास रहे तुम में
तुम हर बंधन को संजो कर रखने वाली हो
जब जब लगा लांछन स्त्रि पर
तब तब तुम सीता के समान अग्निपरीक्षा
देती हो,
बंधी बेड़ियाँ पैरों...
तुम ही कालि, तुम ही दुर्गा
तुम ही कष्ट नाशिनी हो
तुम ही राधा तुम ही गौरी
तुम ही जग तारणी हो,
जब तक श्वास रहे तुम में
तुम हर बंधन को संजो कर रखने वाली हो
जब जब लगा लांछन स्त्रि पर
तब तब तुम सीता के समान अग्निपरीक्षा
देती हो,
बंधी बेड़ियाँ पैरों...