...

14 views

अकेला
उम्र भर चला तू अकेला।
अब मरने पर भीड़ आयी है।।

देख तुझे तकलीफ़ में हँसते रहे।
अब तेरी मौत पर गमी छाई है।।

कितना टूटा कितना बिखरा न पूछा किसी ने।
अब राख हो गया तो तेरी फ़िकर सताई है।।

उम्र भर चला तू अकेला।
अब मरने पर भीड़ आयी है।।-वैभव रश्मि वर्मा
© merelafzonse