गोया कि
एक अबोध बालक
रोज नए नए ख्वाबों से जिंदगी गुलज़ार है।
सपने है खुली आंखों...
रोज नए नए ख्वाबों से जिंदगी गुलज़ार है।
सपने है खुली आंखों...