aj ankh meri nam hai...
आज आंख मेरी नम है...
चोट तो हाथो ने सहा...
पर दिल मे ना जाने कैसा गम है.....
ढूढ़ रही हु दिल प्यार को कब से...
आज अपनों मे भी वो थोड़ा कम है....
पैसो के आगे प्यार का यहां घुट रहा दम है...
आज आंख मेरी नम है....
चोट तो हाथो ने सहा...
पर दिल मे ना जाने कैसा गम है.....
ढूढ़ रही हु दिल प्यार को कब से...
आज अपनों मे भी वो थोड़ा कम है....
पैसो के आगे प्यार का यहां घुट रहा दम है...
आज आंख मेरी नम है....