पागल
हां जी, मै बहोत सोचता हूं.
बिलकुल सही कहा अपने बहोत सोचता हु मै
अपनी ही बात, खुद से केहता हूं
समझाता हू, हसाता हू,
और खुद रो भी पड़ता हू
तम्मना तो थी
किसी और से दिल की बात करू,
मगर पागल माना जाता हूं
अब आप ही बताओ जनाब,
और एक मुसीबत क्यों मोल लूँ
आप ठीक बतला रहे हो,
हां मै सोचता बहोत हूं...
बिलकुल सही कहा अपने बहोत सोचता हु मै
अपनी ही बात, खुद से केहता हूं
समझाता हू, हसाता हू,
और खुद रो भी पड़ता हू
तम्मना तो थी
किसी और से दिल की बात करू,
मगर पागल माना जाता हूं
अब आप ही बताओ जनाब,
और एक मुसीबत क्यों मोल लूँ
आप ठीक बतला रहे हो,
हां मै सोचता बहोत हूं...