यूँ घूमा न करो बेनक़ाब
यूँ घूमा न करो बेनक़ाब, ज़रा घूँघट में रहा करो,
छोड़ो न तुम शर्म-ओ-हया, ज़रा हद में रहा करो।
अप्सरा सी हो तुम, कहीं नज़र न लग जाए तुमको,
इसलिए कहता हूँ, चारदीवारी की...
छोड़ो न तुम शर्म-ओ-हया, ज़रा हद में रहा करो।
अप्सरा सी हो तुम, कहीं नज़र न लग जाए तुमको,
इसलिए कहता हूँ, चारदीवारी की...