मौत और मोहब्बत।
मैं मर जाऊँ
तो मुझे जलाना मत
जो नहीं थे मेरे साथ
वो इस बार भी आना मत ..
जो मेरे नाम की घंटी देख के
फ़ोन छुपा दिया करते थे ..
जो मेरी बातों को सुन के
हवा में उड़ा दिया करते थे ..
उन्हें कहना ..
उन्हें कहना कि
याद तुम्हे कर रहा था
पर अफ़सोस ,
इस बार वो मर रहा था
मैं मर जाऊँ तो
श्रद्धांजलि समझ के मुझे अपने
व्हाट्सप्प , इंस्टाग्राम और
फ़ेसबुक की स्टोरी पर लगाना मत ...
कम से कम जाने के...
तो मुझे जलाना मत
जो नहीं थे मेरे साथ
वो इस बार भी आना मत ..
जो मेरे नाम की घंटी देख के
फ़ोन छुपा दिया करते थे ..
जो मेरी बातों को सुन के
हवा में उड़ा दिया करते थे ..
उन्हें कहना ..
उन्हें कहना कि
याद तुम्हे कर रहा था
पर अफ़सोस ,
इस बार वो मर रहा था
मैं मर जाऊँ तो
श्रद्धांजलि समझ के मुझे अपने
व्हाट्सप्प , इंस्टाग्राम और
फ़ेसबुक की स्टोरी पर लगाना मत ...
कम से कम जाने के...