दबे एहसास
मैं बादलों से डरती हूं,
बरसात पर में मरती हूं
जब हवाओं के संग चलती हूं,
तो खुद से ही में लड़ती हूं,
हां मैं थोड़ी अजीब सी हूं,
मगर प्यार तुमसे ही करती हूं, 💔
कभी सागर सा किनारा हूं,
कभी रेत सी चट्टान हूं,
हां मैं थोड़ी अजीब सी हूं,
मगर प्यार तुमसे...
बरसात पर में मरती हूं
जब हवाओं के संग चलती हूं,
तो खुद से ही में लड़ती हूं,
हां मैं थोड़ी अजीब सी हूं,
मगर प्यार तुमसे ही करती हूं, 💔
कभी सागर सा किनारा हूं,
कभी रेत सी चट्टान हूं,
हां मैं थोड़ी अजीब सी हूं,
मगर प्यार तुमसे...