काश जान पाते....
जाना ही नहीं किसी ने उस जीवन को,
जिसमें समझौते के अलावा कुछ था ही नहीं,
थे तो बस अरमान सोते जागते आंखों में
कोई तो झांकेगा उसके खोखले मन में
और दे जाएगा एक जिंदगी भली ।
पर जैसा हम सोचते हैं वैसा कहां होता है
यहां तो जिसे जान से बढ़कर चाहो वही
सबसे ज्यादा दर्द और आंसू देता है।
काश प्यार सिर्फ जीवन देता ...
लेता नहीं....
जिसमें समझौते के अलावा कुछ था ही नहीं,
थे तो बस अरमान सोते जागते आंखों में
कोई तो झांकेगा उसके खोखले मन में
और दे जाएगा एक जिंदगी भली ।
पर जैसा हम सोचते हैं वैसा कहां होता है
यहां तो जिसे जान से बढ़कर चाहो वही
सबसे ज्यादा दर्द और आंसू देता है।
काश प्यार सिर्फ जीवन देता ...
लेता नहीं....