...

8 views

खोह सा गया (प्यारा सा जहां मेरा)
वक्त और हालात ऐसा हुआ ।
मां पापा ।।
मैं बदल गई ।
हर पल साथ चाहा तेरा ।।
ख्याल मैं खोई खोई रहती थीं ।
हर बात मुझसे जुड़ी ख़बरें ।।
तुझको आ बोटना चाहा ।
पर कई परिवर्तन होए व्यक्तिगत जीवन शैली में निर्मित ।दिखाएं झांकी सजाई गई और सब कुछ छीन लिया गया
फैसला सुनाया गया अलग अलग हो जाने ।
तो दोनों ।
बट गए हम तेरे आंगन के तीन फूल भी ।।
बहुत कुछ शिखा गया ।
छीन छाया।।
कह दे गया ।
तुम लोग ने खोया क्या ।।
जो हम देख रहे हैं ।
नहीं समझो इशारे को ।।
वक्त और हालात ऐसा ।
सब खोह सा गया ।।
मेरा प्यारा सा जहा ।
लाह दो ना ।।
बबिता कुमारी
© story writing