कितनी याद आती है
क्या कहूं वो कितनी याद आती है
आइना जो देखू मैं
तो ये आंखे भी उसे ही दिखाती है
जैसे ही गुजरता हु मैं
ये शोर भरी गलियां भी चुप हो जाती...
आइना जो देखू मैं
तो ये आंखे भी उसे ही दिखाती है
जैसे ही गुजरता हु मैं
ये शोर भरी गलियां भी चुप हो जाती...