भूसा,भैंस और भूत
भूत,भूसा और भैंस ( प्रतीकातमक कहानी)
इस कहानी मे कई किरदार हैं
एक भैंस होती है जो चाहती है कि पौष्टिक घास भूसा,दाना सब मिले पर मिलता है उसे सिर्फ भूसा,वो भी तरसा तरसा के
भूसा कुछ कह नही सकता पर मौन ही रहता है
अब भैंस का दूध कोई तो निकालेगा न
पर अदृश्य है वो
भैंस का दूध कोई तो रोज़ निकाल रहा है दो तीन बार
कहाँ जा रहा है,कुछ पता नहीं...
इस कहानी मे कई किरदार हैं
एक भैंस होती है जो चाहती है कि पौष्टिक घास भूसा,दाना सब मिले पर मिलता है उसे सिर्फ भूसा,वो भी तरसा तरसा के
भूसा कुछ कह नही सकता पर मौन ही रहता है
अब भैंस का दूध कोई तो निकालेगा न
पर अदृश्य है वो
भैंस का दूध कोई तो रोज़ निकाल रहा है दो तीन बार
कहाँ जा रहा है,कुछ पता नहीं...