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सब कुछ पैसा ही नही होता😐
#लालसा_की_प्रतिध्वनि

आज का दौर भी कमाल का हो गया है
जिसको देखो बस पैसा बनाने में लगा है
अरे कौन समझाए इनको पैसा साथ नही जाता
ऊपर होती है सिर्फ कर्मो की गिनती
वहा पैसा देख कर हिसाब से सजा दिया नही जाता
इंसान जिंदगी गवां देता है एक बेहतरीन जिंदगी बनाने में
इंसान खुद को जीना ही भुला देता है चंद पैसा कमाने में
फिर यही मजदूरी उसके मजबूरी का कारण बनती है
मानसिक तनाव , घर के कलेश , boss की गलियां
ये सब अंदर है अंदर एक बीमारी का रंग धरती है
फिर शुगर , ब्लड प्रेशर,अस्थमा , टीवी, कमजोरी
और ना जाने कितनी बीमारियां अलग अलग नामों से एक देह में पलती है
फिर जो पैसा बचाया वो खुद को बचाने में निकाल देते है
ना ढंग से जी पाते है जिंदगी और ना ही मौत को हस कर अपना पाते है
और यही नहीं अभी और सुनो वो बच्चे जिनके लिए पूरी जिंदगी लगा दी उनको बेहतर जिंदगी देने के लिए
आज वही बच्चेएक औरत आ जाने पर इनको गलियां भी सुनते है
हां मानता हूं मां बाप है ये फर्ज है उनका की बच्चो का भला सोचते है
तो आखिर किसने हक दिया है इन बच्चों को की ये मां बाप के ही बनाए घर में से मां बाप को ही भगाते है
अरे जब सब तुम्हारा तुमने ज़िंदगी दी है इसमें तो थोड़ा तो खुद के लिए भी कर लेते
उम्र भर उस खुदा से दुआ की की मेरे जैसी जिंदगी ना हो मेरी औलाद की
अरे उसी दुआ में एक आध दुआ अपने नाम की भी कर लिए होते

© ठाकुर जी
#लालसा की प्रतिध्वनि