अरमान !
आखो मे चमकते सपने हो
हौसले बुलंद हो
आशा की कमी न हो
निराशा की छवि न हो
कुछ सिखने की चाहत हो
उड़ान भरने की मन्नत...
हौसले बुलंद हो
आशा की कमी न हो
निराशा की छवि न हो
कुछ सिखने की चाहत हो
उड़ान भरने की मन्नत...