वन के वासी , हम आदिवासी
वन के वासी , हम आदिवासी ।
जंगल की नींव से हम,
जीएं बढ़े पेड़ो के संग हम ।
हम जंगल के रहवासी ।।
वन के वासी , हम आदिवासी।
वन के रंग में रमे हुए हम ,
लोकगीत से सजे हुए हम ।।
जल जंगल के जीवन को ,
जिंदा रखते जगराशी ,
वन के वासी , हम आदिवासी।।
बदल रहे मौसम के जैसे ,
नाप रहे सड़के शहरों तक ,
नए उदय के अभिलाषी ।
वन के वासी, हम वनवासी ।
संदेश रचित
विश्व आदिवासी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
© SandeshAnkita
जंगल की नींव से हम,
जीएं बढ़े पेड़ो के संग हम ।
हम जंगल के रहवासी ।।
वन के वासी , हम आदिवासी।
वन के रंग में रमे हुए हम ,
लोकगीत से सजे हुए हम ।।
जल जंगल के जीवन को ,
जिंदा रखते जगराशी ,
वन के वासी , हम आदिवासी।।
बदल रहे मौसम के जैसे ,
नाप रहे सड़के शहरों तक ,
नए उदय के अभिलाषी ।
वन के वासी, हम वनवासी ।
संदेश रचित
विश्व आदिवासी दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं
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