पिता की व्यथा
ख़ूबसूरत हसीन जवान था
लोगों में बङा नाम था
आदर्श पुत्र, भाई और पिता
परिवार के लिए जीता और मरता
उम्र के उस पड़ाव पर
जब उम्र महसूस होने लगे
जर्जर कृश्काय शरीर को घसीट
रोज़ खा रहा है धक्के
दवाईयों की...
लोगों में बङा नाम था
आदर्श पुत्र, भाई और पिता
परिवार के लिए जीता और मरता
उम्र के उस पड़ाव पर
जब उम्र महसूस होने लगे
जर्जर कृश्काय शरीर को घसीट
रोज़ खा रहा है धक्के
दवाईयों की...