जीवन के स्वाद
वो जीना भी क्या जीना जिसमें,
ना हो माता-पिता का प्यार..
ना हो भाई-बहन का दुलार..
ना हो दादा-दादी लार|
वो जीना भी क्या जीना जिसमें,
ना हो निक्कमे से यार..
ना हो अधूरा...
ना हो माता-पिता का प्यार..
ना हो भाई-बहन का दुलार..
ना हो दादा-दादी लार|
वो जीना भी क्या जीना जिसमें,
ना हो निक्कमे से यार..
ना हो अधूरा...