जाने की जल्दी थी !!
मैं उसकी तलाश में था रहगुजार मे और
उसे मंजिल को पाने की जल्दी थी।
एक हसीन रात, चांद और एक सपना...
नामुकम्मल राह को गुजर जाने की जल्दी थी।।
'फकिरो के खिसे कभी खाली नही होते...
उसे मंजिल को पाने की जल्दी थी।
एक हसीन रात, चांद और एक सपना...
नामुकम्मल राह को गुजर जाने की जल्दी थी।।
'फकिरो के खिसे कभी खाली नही होते...