दिल के जख्म हाथों पर
दिल के जख्मों को हाथों पे लिए रखे हैं
इन जख्मों को प्यार के मरहम ही भरते हैं
निगाहें थक गई हैं अब हमारी,
हम उनका इंतजार करते रहते हैं
क्या सजा है उस शख्स की
जो खुली...
इन जख्मों को प्यार के मरहम ही भरते हैं
निगाहें थक गई हैं अब हमारी,
हम उनका इंतजार करते रहते हैं
क्या सजा है उस शख्स की
जो खुली...