धुन
समय की धारा में,संसार के सागर में,
इक ऐसी धुन बजती है,
जो सबको निश्चिंत करती है,
प्रेम का राग, वो सुनाती है,
अनंत कोश वो जीवित करती है,
अंत कहीं छिपा जाता है,
अनंत का स्वाद चखाया है।
इक ऐसी धुन बजती है,
जो सबको निश्चिंत करती है,
प्रेम का राग, वो सुनाती है,
अनंत कोश वो जीवित करती है,
अंत कहीं छिपा जाता है,
अनंत का स्वाद चखाया है।
Related Stories