शायरी
बात हमारी भी तो सुनी होती
खुद को वफ़ा से जोड़ हमको बेवफ़ा बना दिया,
ये कौन सी मोहब्बत थी! साहब अदालत से पहले सजा सुना दिया।
© reality mirror
खुद को वफ़ा से जोड़ हमको बेवफ़ा बना दिया,
ये कौन सी मोहब्बत थी! साहब अदालत से पहले सजा सुना दिया।
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