अकेला सा लगता है......
जिने की तमन्ना तो है
पर बोहोत अकेला सा लगता है,
जाने क्यू है हम उदास
बस सारा जहाँ अंजाना लगता है.....
कभी कभी हर पल काटना
मजबुरी बन जाती है,
कभी कभी हर सांस भी
एक मेहनती कामगारी लगती है.....
जुबान से कुछ भी कहे
कोई समझता ही नहीं,
दिल मे उमदड समंदर को
बयां तो कर पाते नहीं......
दिल के किसी कोने सें
क्यो कसक सी जाती है,
मन पे लगे घाव भले ना दिखे
पर तकलिफ दे जाते है......
© PradnyaBhide
पर बोहोत अकेला सा लगता है,
जाने क्यू है हम उदास
बस सारा जहाँ अंजाना लगता है.....
कभी कभी हर पल काटना
मजबुरी बन जाती है,
कभी कभी हर सांस भी
एक मेहनती कामगारी लगती है.....
जुबान से कुछ भी कहे
कोई समझता ही नहीं,
दिल मे उमदड समंदर को
बयां तो कर पाते नहीं......
दिल के किसी कोने सें
क्यो कसक सी जाती है,
मन पे लगे घाव भले ना दिखे
पर तकलिफ दे जाते है......
© PradnyaBhide