मैं क्या हूं
मैं तो बस बहता पानी हूं
अपने प्रेम की कहानी हूं
पुष्प सा ये जीवन मेरा
एक दिन मुरझानी हूं !
मैं तो बस बहता पानी हूं...
हृदय में बस नाम बहता हैं
रूह में बस ध्यान रहता हैं
शरीर मेरा मेहमान लगता हैं
कल्प मात्र जहांन लगता हैं
जैसे कल्प की छोटी सी रूहानी हूं
मैं तो बस बहता पानी...
अपने प्रेम की कहानी हूं
पुष्प सा ये जीवन मेरा
एक दिन मुरझानी हूं !
मैं तो बस बहता पानी हूं...
हृदय में बस नाम बहता हैं
रूह में बस ध्यान रहता हैं
शरीर मेरा मेहमान लगता हैं
कल्प मात्र जहांन लगता हैं
जैसे कल्प की छोटी सी रूहानी हूं
मैं तो बस बहता पानी...