तड़फ
बहोत रोका खुद को ...
फिर भी खुद को रोक ना पाया.....
हालत खराब है मेरी..
कोई हालात समझ ना पाया....
बहोत उम्मीद थी तुमसे...
तुम उम्मीद में उतर ना पायी.....
आज मैसेज कर दिया फिर से ....
क्यूंकि तेरी याद बहोत है आयी...
याद में अक्सर तुम्हारी...
में बहोत रोया हूँ ....
आँखे थक गयी मेरी...
में ज़माने से नहीं सोया हूँ ...
मैं आज तुम्हारी तौहीन में...
तुम्हें सलाम करता हूँ....
एसी मोहब्बत ना मिले किसी को...
बस इसी बात से डरता हूँ....
में तेरे आगे गिड़गिड़ाया हूँ...
टूटा हूँ और रोया हूँ....
तेरे पत्थर दिल के आगे....
में जिंदा मर के सोया हूँ...
अगर इंसानियत हो तो थोड़ी शर्म करना....
अगर समय मिले तो मुझे कॉल जरूर करना...
एक विनती है तुमसे मेरे प्यार की कदर करना....
भगवान सब देख रहा है उसे जरूर डरना...
फिर भी खुद को रोक ना पाया.....
हालत खराब है मेरी..
कोई हालात समझ ना पाया....
बहोत उम्मीद थी तुमसे...
तुम उम्मीद में उतर ना पायी.....
आज मैसेज कर दिया फिर से ....
क्यूंकि तेरी याद बहोत है आयी...
याद में अक्सर तुम्हारी...
में बहोत रोया हूँ ....
आँखे थक गयी मेरी...
में ज़माने से नहीं सोया हूँ ...
मैं आज तुम्हारी तौहीन में...
तुम्हें सलाम करता हूँ....
एसी मोहब्बत ना मिले किसी को...
बस इसी बात से डरता हूँ....
में तेरे आगे गिड़गिड़ाया हूँ...
टूटा हूँ और रोया हूँ....
तेरे पत्थर दिल के आगे....
में जिंदा मर के सोया हूँ...
अगर इंसानियत हो तो थोड़ी शर्म करना....
अगर समय मिले तो मुझे कॉल जरूर करना...
एक विनती है तुमसे मेरे प्यार की कदर करना....
भगवान सब देख रहा है उसे जरूर डरना...