मैं जीवन आधार
मैं सृष्टि का कर्ताधर्ता।
मैं ही हूँ जीवन आधार।
महाकाल मैं, काल भी मैं हूंँ।
पुष्पों के भीतर खुशबू मैं हूंँ।
कलियों की कोमलता मैं हूंँ।
मैं अदम्य हूंँ,मैं अगम्य हूंँ।
दिनकर अंदर आग भी मैं हूंँ।...
मैं ही हूँ जीवन आधार।
महाकाल मैं, काल भी मैं हूंँ।
पुष्पों के भीतर खुशबू मैं हूंँ।
कलियों की कोमलता मैं हूंँ।
मैं अदम्य हूंँ,मैं अगम्य हूंँ।
दिनकर अंदर आग भी मैं हूंँ।...