...

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Adhurapan
जब भी तेरा lst seen देखता ,
एक आस आती messages आने की
ऐसा नई है , मैं पहल नही कर सकता था
पर , इस दिल को कौन समझाए
जब भी बातें करता ,बेचैनी बढ़ सी जाती
उम्मीदे बढ़ने लगती , ख्यालो को ना रोक पाता ।
पर अब सब रोकना चाहता था
अब वापस से normal होना चाहता था
इसलिए , बातें कम कर दी तुझसे
इसलिए , कुछ बोलने से बचने लगा था तुझसे
प्यार तो करता था , जताना भी चाहता था
पर बंदिशें हैं , यहाँ
मजबूरियां हैं , लाचारियाँ हैं यहाँ
तुझे शक हो अगर कभी मेरे प्यार पे ,
मुझसे पूछने से पहले अपने दिल से पूछना ,
क्योंकि हमने कभी इजहार नही किया तो क्या हुआ
पर हमारे दिलों ने बाते कर ली थी ,
और जान- समझ गए थे एक-दूसरे को ।


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