"हनुमान मिले अब्दुुल कलाम से"
#युगसंवाद
हनुमान से मिले जब अब्दुुल कलाम,
वैग्यानिक चकित हो बोला राम राम!
बोले हनुमत-"जय श्रीराम!धन्य हो!
स्वदेेश का नाम रौशन करते रहो !
संंभलते बाल संवारते ए पी जे ,
राम थे जिनपर बचपन से रीझे,
देेश के मिसाइल-मैैन वो पहले,
बाल-सुलभ मुस्कान से बोले ,
"बचपन से ही रामेश्वर में पला,
कैसे भूलता अपने राम लला,
धनुष बाण से आइडिया मिला,
मिसाइल बनाने को बढ चला!"
अंजनीसुत ने पाथेय विशेष दिया,
"सब काम पूरे हो" आशीष दिया !
© Manas
हनुमान से मिले जब अब्दुुल कलाम,
वैग्यानिक चकित हो बोला राम राम!
बोले हनुमत-"जय श्रीराम!धन्य हो!
स्वदेेश का नाम रौशन करते रहो !
संंभलते बाल संवारते ए पी जे ,
राम थे जिनपर बचपन से रीझे,
देेश के मिसाइल-मैैन वो पहले,
बाल-सुलभ मुस्कान से बोले ,
"बचपन से ही रामेश्वर में पला,
कैसे भूलता अपने राम लला,
धनुष बाण से आइडिया मिला,
मिसाइल बनाने को बढ चला!"
अंजनीसुत ने पाथेय विशेष दिया,
"सब काम पूरे हो" आशीष दिया !
© Manas