कैसे नज़रों से दूर हो सकोगी
कैसे नज़रों से दूर हो सकोगी
भूल कर भी भूला न सकोगी
मैं तुम्हारी इक झलक के सहारे सारी ज़िंदगी गुज़ार दुंगा
जब तुम इकरार करोगी
धूप को अपने आंचल में सिमेट लोगी
मैं...
भूल कर भी भूला न सकोगी
मैं तुम्हारी इक झलक के सहारे सारी ज़िंदगी गुज़ार दुंगा
जब तुम इकरार करोगी
धूप को अपने आंचल में सिमेट लोगी
मैं...