स्त्रियाँ और प्रेम
इतिहासकार कहते हैं मोहनजोदडो, हड़प्पा में
स्त्रियों को पूजा जाता था
मुझे इसका कारण ये लगता है
वह सारी मूर्तियाँ उनके पति द्वारा उनकी याद में सृजित की गई होंगी
जो किसी महामारी, प्राकृतिक आपदा आने से समय पहले उनसे अलग हो गईं
गुफाओं में उकेरे गए चित्र, आकृतियाँ, लेख
जो अब तक पढ़े न जा सके उन प्रेमियों के लिखे प्रेमपत्र होंगे
जो किसी कारण अपनी प्रेमिका से अलग हो गए
हम सब जानते हैं ये सभ्यता भी ख़त्म होगी...
स्त्रियों को पूजा जाता था
मुझे इसका कारण ये लगता है
वह सारी मूर्तियाँ उनके पति द्वारा उनकी याद में सृजित की गई होंगी
जो किसी महामारी, प्राकृतिक आपदा आने से समय पहले उनसे अलग हो गईं
गुफाओं में उकेरे गए चित्र, आकृतियाँ, लेख
जो अब तक पढ़े न जा सके उन प्रेमियों के लिखे प्रेमपत्र होंगे
जो किसी कारण अपनी प्रेमिका से अलग हो गए
हम सब जानते हैं ये सभ्यता भी ख़त्म होगी...