मांझी लेकर कहीं नाव रह गया..❤️❤️✍️✍️(गजल)
दिखावे का भक्ति भाव रह गया
मानवता का ही अभाव रह गया
सरकारें गरीबों के हक में नहीं
बेमतलब का हर चुनाव रह गया
घमण्डी के दिल में नफरत भरी
बस मूंछों पर ही ताव रह गया
बढ़ रहे हैं कुकर्मी...
मानवता का ही अभाव रह गया
सरकारें गरीबों के हक में नहीं
बेमतलब का हर चुनाव रह गया
घमण्डी के दिल में नफरत भरी
बस मूंछों पर ही ताव रह गया
बढ़ रहे हैं कुकर्मी...