हम सब एक हैं।
हम बस भारतीय हैं
इसका हमें गर्व हैं
फिर कौन सी है ये नफरत की आँधी
जिसमें झुलस रहा पूरा वतन है।
हे! कौम के हुक मरानों
अब तो संभल जाओ
धर्म के नाम पर इतनी नफरत मत फैलाओ।
बहोत हुआ मार-काट, धर्म के नाम पर
अब इतनी नफ़रत मत फैलाओ
इंसानियत के मार्ग पे एक सूत्र में बंध जाओ।
इसका हमें गर्व हैं
फिर कौन सी है ये नफरत की आँधी
जिसमें झुलस रहा पूरा वतन है।
हे! कौम के हुक मरानों
अब तो संभल जाओ
धर्म के नाम पर इतनी नफरत मत फैलाओ।
बहोत हुआ मार-काट, धर्म के नाम पर
अब इतनी नफ़रत मत फैलाओ
इंसानियत के मार्ग पे एक सूत्र में बंध जाओ।