सत्य अहिंसा की बात करो अब
सत्य अहिंसा की बात करो अब
हिंसा को छोड़ो तुम
मारा मारी बहुत हो गई
अब खून खराबा छोड़ो तुम
सत्य अहिंसा परमोधर्मा गाँधी जी सिखलाते थे,
सत्य अहिंसा की खातिर वो गोरों से पिट जाते थे,
पांव उखाड़ दिए गोरों के सत्य अहिंसा के बल पर,
एक अनोखी जंग लड़ी सत्य अहिंसा के पथ पर,
आपदाओं अब हमको आकुल...
हिंसा को छोड़ो तुम
मारा मारी बहुत हो गई
अब खून खराबा छोड़ो तुम
सत्य अहिंसा परमोधर्मा गाँधी जी सिखलाते थे,
सत्य अहिंसा की खातिर वो गोरों से पिट जाते थे,
पांव उखाड़ दिए गोरों के सत्य अहिंसा के बल पर,
एक अनोखी जंग लड़ी सत्य अहिंसा के पथ पर,
आपदाओं अब हमको आकुल...