#दस्तक
दस्तक हुई है अभी अभी परछाई इन निगाहों में
क्या नई तकदीर की तस्वीर है या दुनिया सिर्फ ख्वाबों की।
दस्तक हुई है अभी अभी हल्की सी हंसी इन लबों में
क्या नई खुशी की आहट है, या सिर्फ किसिका मजाक बनने की।
दस्तक हुई है अभी अभी प्यार की धुन इन कानों में
क्या नई साज की सरगम है,या सिर्फ मुझे...