आत्मा...
आज आत्मा की हम नहीं सुनते
उसे अनदेखा और अनसुना करके
उसे मृतात्मा बना देते हैं
फिर वक़्त का कमाल...
उसे अनदेखा और अनसुना करके
उसे मृतात्मा बना देते हैं
फिर वक़्त का कमाल...