myself
हां माना किताबो पर
धूल जमी है मेरी
लेकिन मैं ग्वार तो नहीं
माना की डरता हु
चार लोगो के बीच में
मेरी इतनी हैसियत तो नहीं
लेकिन इज़्ज़त कमाई ही
धोखेबाज तो नही
माना की भलाई का जमाना नहीं
लेकिन कभी कभी किसी के चेहरे की खुशी
पैसों से कम तो नहीं
© मारवाड़ी
धूल जमी है मेरी
लेकिन मैं ग्वार तो नहीं
माना की डरता हु
चार लोगो के बीच में
मेरी इतनी हैसियत तो नहीं
लेकिन इज़्ज़त कमाई ही
धोखेबाज तो नही
माना की भलाई का जमाना नहीं
लेकिन कभी कभी किसी के चेहरे की खुशी
पैसों से कम तो नहीं
© मारवाड़ी