बड़ी शर्द है हवाएं
बड़ी शर्द है हवाएं
आ गोरी जकड़ के पकड़ लूं
दूर कर लूं कन कनी
तेरी नैनों से नैना गरम कर लूं
जरूरत न पड़े रजाई की
देह तेरी अंगन कर लूं
खोऊं तुझ में इतना की
खुद को तुझमें मगन कर लूं
कब आ जाऊं निंद्रा में पता न चले
तेरी बंधन से ऐसे बंधन कर लूं...
आ गोरी जकड़ के पकड़ लूं
दूर कर लूं कन कनी
तेरी नैनों से नैना गरम कर लूं
जरूरत न पड़े रजाई की
देह तेरी अंगन कर लूं
खोऊं तुझ में इतना की
खुद को तुझमें मगन कर लूं
कब आ जाऊं निंद्रा में पता न चले
तेरी बंधन से ऐसे बंधन कर लूं...