मिलन की आस😊
सुनो
मिलो कभी तो लौटा लाना मेरा वो सुकून
जो तुम्हारे आने के बाद मेरा ना रहा......
मिलो कभी तो लौटा देना मेरी वो हँसी की खनक
जो तुम्हारी उदासियों को कर देती थी हवा...
जो मिलो कभी तो लौटा देना मेरी वो नींद मुझे
जो तुम्हारे ख्वाबों को देती थी ज़िंदगी.....
लौटा दोगे क्या मुझे वो मेरे दिल की धड़कनें
जो धड़कती थी कभी लेकर नाम तेरा ....
सुनो लोटा लाओ ना मेरे हिस्से की बहारे
अब ये पतझड़ मुझे रास नहीं आती.......
© ख़्वाहिश
मिलो कभी तो लौटा लाना मेरा वो सुकून
जो तुम्हारे आने के बाद मेरा ना रहा......
मिलो कभी तो लौटा देना मेरी वो हँसी की खनक
जो तुम्हारी उदासियों को कर देती थी हवा...
जो मिलो कभी तो लौटा देना मेरी वो नींद मुझे
जो तुम्हारे ख्वाबों को देती थी ज़िंदगी.....
लौटा दोगे क्या मुझे वो मेरे दिल की धड़कनें
जो धड़कती थी कभी लेकर नाम तेरा ....
सुनो लोटा लाओ ना मेरे हिस्से की बहारे
अब ये पतझड़ मुझे रास नहीं आती.......
© ख़्वाहिश