हारे का सहारा
जब लगा जीवन में कुछ बचा नही
जब लगा चलने को कोई राह नही
जब लगा सभी दरवाजे बंद हो गये
जब बुझने लगी लौ उम्मीदों की
जब आशाओं का दामन छूटने लगा
अँधेरे जकड़ने लगे प्रतिकूलता के
तभी एक...
जब लगा चलने को कोई राह नही
जब लगा सभी दरवाजे बंद हो गये
जब बुझने लगी लौ उम्मीदों की
जब आशाओं का दामन छूटने लगा
अँधेरे जकड़ने लगे प्रतिकूलता के
तभी एक...