बस डटे रो तुम..
जिंदगी रुला रही है, सपने टूट रहे हैं, ख़्वाहिशें मिट रही हैं ,मिटने दो
बस डेट रहो तुम इस उम्मीद में कि कल बदलेगा,
वो सब सच होगा जो तुमने ठाना है
तुम्हारी जीत होगी, सपने पूरे होंगे, और ख़्वाहिशें आसमान से भी ज्यादा होंगी जो तुम्हारी जिंदगी को शिखर तक पहुँचाएँगी,
बस डटे रो तुम, बस डटे रहो तुम..
© All Rights Reserved
बस डेट रहो तुम इस उम्मीद में कि कल बदलेगा,
वो सब सच होगा जो तुमने ठाना है
तुम्हारी जीत होगी, सपने पूरे होंगे, और ख़्वाहिशें आसमान से भी ज्यादा होंगी जो तुम्हारी जिंदगी को शिखर तक पहुँचाएँगी,
बस डटे रो तुम, बस डटे रहो तुम..
© All Rights Reserved